एकनाथ शिंदे ने ली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ, देवेंद्र फडणवीस बने डिप्‍टी सीएम
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एकनाथ शिंदे ने ली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ, देवेंद्र फडणवीस बने डिप्‍टी सीएम

एकनाथ शिंदे ने ली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ

एकनाथ शिंदे ने ली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ, देवेंद्र फडणवीस बने डिप्‍टी सीएम

एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बन गए हैं. राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम पद की शपथ (Eknath Shinde Oath) दिलाई. एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री हैं. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री पद के लिए शिंदे का नाम लेकर सबको चौंका दिया था. पूर्व सीएम फडणवीस ने कहा था कि वह सरकार में शामिल नहीं होंगे लेकिन बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर उन्होंने सरकार में शामिल होने का फैसला किया और डिप्टी सीएम पद की शपथ ली.

शपथ ग्रहण समारोह के गहमागहमी के बीच बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि एकनाथ शिंदे जी और देवेंद्र फडणवीस जी को बधाई. आज ये सिद्ध हो गया कि BJP के मन में कभी मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं थी. 2019 के चुनाव में स्पष्ट जनादेश मा. नरेंद्र मोदी जी एवं देवेंद्र जी को मिला था. उद्धव ठाकरे ने CM पद के लालच में हमारा साथ छोड़कर विपक्ष के साथ सरकार बनाई थी.

उन्होंने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र की जनता की भलाई के लिए बड़े मन का परिचय देते हुए एकनाथ शिंदे जी का समर्थन करने का निर्णय किया. देवेन्द्र फडणवीस जी ने भी बड़े मन दिखाते हुए मंत्रिमंडल में शामिल होने का निर्णय किया है, जो महाराष्ट्र की जनता के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है.

‘बालासाहेब के हिंदुत्व को बढ़ाएंगे आगे’

इससे पहले सीएम चुने जाने के बाद एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde News) ने कहा कि हम महाराष्ट्र के विकास के लिए साथ आए हैं. हमने जो कदम उठाया है वो किसी ने कुछ पाने के लिए नहीं किया है. यह सब एक विचार, बालासाहेब ठाकरे जी का हिंदुत्व और राज्य के विकास की बात है. इसलिए हम यह एजेंडा लेकर आगे जा रहे थे. शिंदे ने कहा कि शिवसेना के 40 विधायक और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर 50 विधायक आज एक साथ हैं. हम लोग हमारे शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे जी की हिंदुत्व की जो भूमिका है उसको आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे है. उन्होंने कहा कि संख्या बल के आधार पर फडणवीस मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन उन्होंने बड़ा दिल दिखाया और मैं इसके लिये उन्हें धन्यवाद देता हूं.

‘MVA ने जनादेश का किया अपमान’

वहीं, देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि महाराष्ट्र में हुये विधानसभा चुनाव में लोगों ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को जनादेश दिया था, लेकिन इसका अपमान करते हुये महा विकास आघाड़ी सरकार का गठन किया गया. उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे शिवसेना के समूह नेता हैं, जो कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन समाप्त करना चहते हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे नहीं माने.

ऑटोरिक्शा ड्राइवर से सीएम तक का सफर

एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को हुआ था. वह मराठा समुदाय से संबंध रखते हैं. उनका परिवार आजीविका कमाने के लिए सतारा से मुंबई के पास ठाणे में आकर बस गया था. एकनाथ शिंदे ने मंगला हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज ठाणे में 11वीं तक पढ़ाई की है.

80 के दशक में शुरू हुआ राजनीतिक सफर

राजनीति में आने से पहले वह अपने परिवार की मदद करने के लिए ऑटो रिक्शा चलाते थे. शिंदे का राजनीतिक सफर 1980 के दशक में शुरू हुआ था. उन्हें उस समय ठाणे के शिवसेना अध्यक्ष आनंद दीघे ने राजनीति में अवसर दिया था. साल 2001 में दीघे के निधन के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को एकनाथ शिंदे ने ही आगे बढ़ाया. साल 2004 से अब तक वह चार बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए हैं.